Facebook SDK


Basic Partition Types of Linux in Hindi || Linux Partition Hindi

जब यूजर के फाइल और फोल्डर को असानी से Manage करने के लिए Hard Disk को अलग अलग पार्ट में Devide करता है | तो हार्ड डिस्क के प्रत्येक पार्ट को Partition कहा जाता है | हार्ड डिस्क को पार्टीशन करके यूजर अपने डाटा को असानी से manage कर सकता है |

Example: 

मान लीजिये यूजर ने computer में हार्ड डिस्क के 4 पार्टीशन बनाये है | और प्रत्येक प्रकार के पार्टीशन में अलग अलग प्रकार के डाटा रखता है | जैसे एक पार्टीशन में ऑपरेटिंग सिस्टम, दुसरे पार्टीशन में सॉफ्टवेर एवम् बैकअप, तीसरे पार्टीशनमें song और movie एवम् चौथे पार्टीशन में personal document रखता है तो वह असानी से अपने डाटा को manage कर सकता है |

Basic Partition Types of Linux :-

    1.   Foreign Partition
2.   Primary Partition
3.   Logical Partition
4.   Swap Partition
5.   Linux Extended Partition
6.   Active Partition

1.    Linux Foreign Partition :- इस प्रकार के Partition में अन्य ऑपरेटिंग सिस्टम के फाइल सिस्टम जैसे Windows के NTFS और FAT फाइल सिस्टम को consist करते है | और इनके feature को उपयोग कर सकते है |

2. Primary Partition :- यह पार्टीशन Intel Based System का Original Partition है | इसका ज्यादातर उपयोग ऑपरेटिंग सिस्टम को Install करने में किया जाता है | लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में Maximum 4 प्राइमरी पार्टीशन बनाये जा सकते है | या हम तिन Primary Partition एवम् एक Extended Partition बनाकर उन्हें अन्य Logical Partition में Devide कर सकते है | 

3.  Logical Partition :- इस Partition का उपयोग फाइल और फोल्डर को manage करने के लिए किया जाता है | इसे Primary Partition का Sub Partition भी कहा जाता है | इस Partition को हम Active Partition नहीं बना सकते है इसका तात्पर्य इस पार्टीशन में Operating System को install नहीं किया जा सकता है |

4. Swap Partition :-  यह पार्टीशन Windows Operating System के Virtual Memory की तरह कार्य करता है | वास्तव में Swap Partition हार्ड डिस्क के एक पार्ट होता है | जो RAM की तरह कार्य करता है | जब user कंप्यूटर में कोई भी ऑपरेशन perform करता है | उस समय Hard Disk से डाटा RAM के पास जाता है | और जब यूजर मल्टीप्ल ऑपरेशन perform करता है तब RAM की जगह कम पड़ जाती है | उस समय ऑपरेटिंग सिस्टम, हार्ड डिस्क के एक पार्ट को RAM की तरह कार्य पर लेता है | हार्ड डिस्क के उस जगह को ही Swap Partition कहा जाता है |

5.   Active Partition :- कंप्यूटर में Hard Disk के जिस पार्टीशन में ऑपरेटिंग सिस्टम install होता है उस पार्टीशन को Active Partition कहा जाता है | ज्यादातर computer में चार पार्टीशन होते है जिसमे से एक पार्टीशन में ऑपरेटिंग सिस्टम को install किया जाता है | उस partition को ही Active Partition कहा जाता है |

Post a Comment

please do not enter any spam link in the comment box.

और नया पुराने