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Web Page और Website क्या है?  वेबसाइट कितने प्रकार के होते है ? Dynamic और Static वेबसाइट में अंतर लिखिए ?

Website:- दो या दो से अधिक web page के collection को website है। ये webpage आपस में एक दुसरे से link होते है अर्थात जुड़े होते है।

दुसरे शब्दों में दोस्तों वेबसाइट एक एड्रेस है जिसमे बहुत सारें वेब पेज को स्टोर करके रखा जाता है। ये वेब पेज विभिन्न प्रकार के इनफार्मेशन को स्टोर करके रखते है ये इनफार्मेशन text, ऑडियो, विडियो, इमेज और एनीमेशन के रूप में हो सकते है।


जितना ज्यादा अच्छा वेबसाइट होगा उसमे उतने ही ज्यादा वेब पेज होंगे। क्योकी वेबसाइट में अधिक पेज होने का तात्पर्य अधिक इनफार्मेशन को स्टोर करना होगा।



वेबसाइट के प्रकार (Types of Website): - दोस्तों वेबसाइट को उसमे स्टोर किये जाने वाले इनफार्मेशन के आधार पर विभिन्न केटेगरी में बाँटा गया है जो निम्न लिखित है।

Web Page के आधार पर : - दोस्तों वेबसाइट में स्टोर किये जाने वाले वेब पेज के आधार पर उन्हें निम्लिखित दो category में बाँटा गया है।

1. Static website:- वे सभी वेबसाइट जो static web page के कलेक्शन से बनाये जाते है उन सभी वेबसाइट को static वेबसाइट कहा जाता है। इस प्रकार के वेबसाइट के content बदलते नहीं है अर्थात वेबसाइट को refresh या दोबारा visit करने पर वैसे के वैसे ही रहते है।

  उदाहरण:- Google, Gmail इत्यादि।

2. Dynamic website:- वे सभी वेबसाइट जो Dynamic web page के कलेक्शन से बनाये जाते है उन सभी वेबसाइट को डायनामिक वेबसाइट कहा जाता है। इस प्रकार के वेबसाइट के content हमेशा बदलते रहते है अर्थात वेबसाइट को refresh या दोबारा visit करने पर उसके content बदलते रहते है।



उदाहरण:- Facebook, online shopping website इत्यादि।



Information के आधार पर : - दोस्तों वेबसाइट में स्टोर किये जाने वाले इनफार्मेशन के आधार पर उन्हें निम्लिखित category में बाँटा गया है।

   1. ब्लॉग (Blog):- दोस्तों ब्लॉग को personal website कहना ज्यादा अच्छा होगा क्योकिं इस तरह के साईट में व्यक्ति अपने रूचि और जानकारी के आधार विभिन्न इनफार्मेशन को शेयर करते है। जैसे मान लीजिये आपको कंप्यूटर और technology का अच्छा ज्ञान है और आपको इस विषय पर लिखना अच्छा लगता है और आपने इस पर एक छोटा वेबसाइट बनाया है तो इस तरह के वेबसाइट को ब्लॉग कहा जाता है।

वर्तमान में ऐसे कई प्लेटफार्म है जिनपर आप फ्री में ब्लॉग लिख सकते है जैसे google का blogspot.com, Word press इत्यादि।
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   2. Social Networking site:- दोस्तों आप सभी सोशल नेटवर्किंग साईट से अनजान नहीं होंगे आप जानते ही होंगे वर्तमान समय में Facebook और Twitter दो बड़े ऐसे सोशल नेटवर्किंग साइट है जो सबसे अधिक चल रहे है।

दोस्तों इस तरह के साईट में लोग अपने दोस्तों से, नए लोगो से, अपने पुराने परिचित लोगो से जुड़कर अपने विचार शेयर करते है साथ ही अपने daily life के एक्टिविटी, फोटोग्राफ और videos को आपस में शेयर करते है। इस प्रकार के साईट को सोशल नेटवर्किंग वेबसाइट कहा जाता है।

उदाहरण:- Facebook, Twitter, Google+, Instagram, Skype, Viber, Snap chat इत्यादि।  

   3. Forums (फ़ोरम्स):- दोस्तों वे सभी वेबसाइट जिनमे लोग सवाल पूछते है और विभिन्न टॉपिक पर चर्चा करते है इन सभी वेबसाइट को forums कहा जाता है।इन वेबसाइट को आप question और answer साईट भी कह सकते है।

ये बहुत ही महत्वपूर्ण साईट होते है जिनमे लोगो को उनके सवालों के जवाब आसानी से मिल जाते है। और साथ ही अगर आपको किसी टॉपिक में अच्छी जानकारी है तो लोगो के सवाल के जवाब देकर आप उनकी मदद कर सकते हो।

उदाहरण:- Yahoo! Groups, Ubuntu Forums, Student Edge, Stack Overflow, Quora, DSL Report इत्यादि।  

   4. Online Shopping Site (ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट):- दोस्तों वे सभी वेबसाइट जिनके माध्यम से विभिन्न प्रकार के सामान की खरीदी-बिक्री की जाती है उन सभी वेबसाइट को ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट कहा जाता है।इस प्रकार के वेबसाइट के माध्यम से आप अपने जरुरत की सामान खरीद भी सकते है और बेच भी सकते है।

अगर आप दुकानदार है तो भी इन वेबसाइट में अपने दुकान के नाम से एकाउंट खोलकर सामान को बेच सकते है। इस प्रकार के वेबसाइट वर्तमान समय में सबसे अधिक चल रहे है। हर छोटे छोटे गाँव से लेकर बड़े शहरो में भी सामान की डिलीवरी करते है।  

उदाहरण:- Amazon, Flipkart, E bay, OLX, Quicker, Snapdeal, Walmart, Wish.com इत्यादि।  

   5. Business Site (बिज़नस वेबसाइट):- दोस्तों वे सभी वेबसाइट जिनके माध्यम कंपनी अपने सभी प्रकार के इनफार्मेशन जैसे प्रोडक्ट, सर्विसेस, कांटेक्ट इत्यादि की जानकारी देते है उन सभी वेबसाइट को बिज़नस साइट या कंपनी वेबसाइट कहा जाता है।

प्रायः सभी बड़ी कंपनियां इस तरह के वेबसाइट बना के रखती है जिनसे उनके कस्टमर को समय समय पर उनकी कंपनी से जुड़े प्रोडक्ट और  सर्विसेस का ज्ञान होता रहे। इस तरह के वेबसाइट का उपयोग कंपनी अपने आने वाले नए नए प्रोडक्ट की मार्केटिंग के लिए भी करती है।

Web page:- वेबपेज एक सिंगल पेज का डॉक्यूमेंट होता है जो की html फॉर्मेट में होती है। जिसमे इनफार्मेशन स्टोर होती है ये इनफार्मेशन text, image, audio, video या एनीमेशन के रूप में हो सकती है।



जब दो या दो से अधिक वेबपेज को आपस में लिंक दिया जाता है तो इस webpage के समूह को वेबसाइट कहा जाता है। वेब पेज को वेब डॉक्यूमेंट  भी कहा जाता है।

Types of Web page: - वेब पेज को दो category में बाँटा गया है जो निम्नलिखित है।

   1. Static Web Page:- वे सभी वेब पेज जिनके content में कोई परिवर्तन नहीं होता है अर्थात static रहता है उन सभी वेब पेज को Static Web Page कहा जाता है।और static वेब पेज के कलेक्शन से बने वेबसाइट को Static website कहा जाता है।

आप जानते ही होंगे सभी webpage में कुछ न कुछ इनफार्मेशन जरुर स्टोर रहता है static वेब पेज में ये इनफार्मेशन fix रहता है अर्थात change नहीं होता है।

यूजर static पेज को कितने ही बार refresh कर ले या कितने ही बार visit कर ले उसका content बदलता नहीं है वो स्थिर रहता है जैसे आपने देखा होगा सभी वेबसाइट में contact पेज होता है उसके कंटेंट हमेशा static होते है।ज्यादातर वेबसाइट के contact पेज स्टैटिक वेब पेज होते है।

उदाहरण:- वेबसाइट के Contact us Page, About us Page इत्यादि।

   2. Dynamic Web Page:- वे सभी वेब पेज जिनका content समय के साथ बदलता रहता है। वेब पेज को refresh करने पर या दोबारा Visit करने पर वेब पेज का कंटेंट बदलते रहता है ऐसे वेब पेज को Dynamic Web Page कहा जाता है। और डायनामिक वेब पेज से बने वेबसाइट को डायनामिक वेबसाइट कहा जाता है।

Dynamic Website वे सभी वेबसाइट है जिनमे दोबारा Visit या Refresh करने पर content बदलते रहता है जैसे आपने देखा होगा ऑनलाइन शौपिंग की वेबसाइट में हर बार visit करने पर उसका content बदल जाता है उसी प्रकार Facebook में भी हर बार अलग अलग friend suggestion मिलते रहते है अर्थात उसका कांटेक्ट बदलते रहता है।इन सभी वेबसाइट को डायनामिक वेबसाइट कहा जाता है।

उदाहरण:- Online Shopping वाले वेबसाइट, News Update वाले वेबसाइट, Facebook इत्यादि।



Home Page:- जब हम किसी भी website पर visit करते है तो जो पेज सबसे पहले open होता है उस पेज को वेबसाइट का Home page कहा जाता है प्रत्येक website की पहली पेज जिसमे वेबसाइट के अन्य पेज की information होती है उसे होम पेज कहा जाता है।

सभी वेबसाइट में होम पेज होता ही है और होम पेज में अन्य सभी पेज का लिंक होता है जिसके मदद से हम वेबसाइट के सभी पेज में विजिट कर सकते है।
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Web Browser:- वेब ब्राउज़र एक छोटा सा software या application है जिसे मोबाइल या कंप्यूटर में इनस्टॉल करके यूजर internet को एक्सेस कर सकते है। दुसरे शब्दों में web browser एक ऐसा software है जिनका उपयोग इन्टरनेट को access करने के लिए किया जाता है। कंप्यूटर या मोबाइल में इन्टरनेट का प्रयोग करने के लिए उसमे इन्टरनेट ब्राउज़र होना जरुरी है इसके बिना कंप्यूटर या मोबाइल में इन्टरनेट का उपयोग नहीं किया जा सकता है।

उदाहरण:- Google Chrome, Mozilla Firefox, Opera Web Browser, Internet Explorer, Safari Web Browser, Netscape Navigator, Monkey Browser इत्यादि।

WWW: - WWW का पूरा नाम World Wide Web है।यह इन्टरनेट की एक सर्विस है जिसे W3 या वेब भी कहा जाता है वर्ल्ड वाइड वेब दुनियाभर के वेबसाइट के एड्रेस का कलेक्शन है।जिसके द्वारा HTML में बनाये गए विभिन्न प्रकार के document आपस में Hyperlink के माध्यम से जुड़े होते है। ये HTML डॉक्यूमेंट अर्थात web page में विभिन्न प्रकार के इमेज, टेक्स्ट, ऑडियो और विडियो फाइल से बने होते है। 

दुसरे शब्दों में कहे तो वर्ल्ड वाइड वेब दुनियाभर के वेबसाइट के address का समूह है जो आपस में एक-दुसरे से hyperlink अर्थात एक दुसरे से जुड़े होती है। जब यूजर इन्टरनेट में वेबसाइट को सर्च करता है तब www यूजर के उस वेबसाइट तक पहुचाने का कार्य करता है इस तरह www इन्टरनेट पर एक सर्विसेस की तरह कार्य करता है। वर्ल्ड वाइड वेब इनफार्मेशन को एक जगह से दुसरे जगह भेजने के लिए Hyper text transfer protocol का उपयोग करता है।



Search Engine: - वर्ल्ड वाइड वेब में इनफार्मेशन को खोजने के लिए जिस प्रोग्राम का प्रयोग किया जाता है उसे सर्च इंजन कहा जाता है।दोस्तों आप जानते ही होंगे कि वर्ल्ड वाइड वेब दुनियाभर के वेबसाइट के address का समूह है जो आपस में एक-दुसरे से hyperlink अर्थात एक दुसरे से जुड़े होती है। इस तरह WWW में करोड़ो वेब पेज स्टोर है जिन्हें इन्टरनेट के help से प्राप्त किया जा सकता है।इन सभी इनफार्मेशन एवम् web page को ढूढने में सर्च इंजन हमारी मदद करता है।

प्रत्येक सर्च इंजन का अपना एक डेटाबेस होता है जिसमे सर्च इंजन वेब पेज की index बना कर रखता है।प्रत्येक वेब पेज के Title तथा उसमे कुछ keyword होते है। जब यूजर इन्टरनेट में इनफार्मेशन सर्च करता है तब सर्च इंजन यूजर द्वारा टाइप किये गए शब्दों को अपने database से match करता है और जिस-जिस पेज में यूजर के द्वारा टाइप किये गए शब्द match करते है उनकी लिस्ट को यूजर के कंप्यूटर स्क्रीन पर show कर देता है इस तरह सर्च इंजन कार्य करता है।

दोस्तों दुसरे शब्दों में कहे तो Search engine इन्टरनेट की एक सर्विस है जिसके माध्यम से यूजर इनफार्मेशन को खोज सकता है और उसे प्राप्त कर सकता है।

उदाहरण:- Google, Yahoo!, Ask.com, Alta Vista, Bing इत्यादि।

Internet Service Provider (ISP):- वे सभी कंपनी या आर्गेनाइजेशन जो इन्टरनेट की सर्विस प्रदान करने का कार्य करती है उन सभी कंपनी को ISP अर्थात Internet service Provider कहा जाता है।इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइडर, इन्टरनेट के साथ साथ कई अन्य सर्विसेस भी प्रोवाइड करती है जैसे Web page Hosting, मेल सर्विसेस, फाइल ट्रान्सफर इत्यादि।

ISP कोई भी कंपनी, आर्गेनाइजेशन या इंस्टिट्यूट हो सकते है जो इन्टरनेट एक्सेस की सर्विस प्रदान करती है ISP को Internet Access Provider भी कहा जाता है।

उदाहरण:- इंडिया में इस समय बहुत सारें ISP कार्य कर रहे है ज्यादातर फ़ोन कंपनीयां, cable कंपनी और उपग्रह कंपनीयां इन्टरनेट सर्विस प्रोवाइड करने का कार्य करती है।जैसे Airtel, Jio, Idea, Videophone और BSNL इत्यादि।

युनिफोर्म रिसोर्स लोकेटर (URL-Uniform Resource Locator): URL का का पूरा नाम Uniform Resource Locator है URL एक Web Address या इन्टरनेट एड्रेस है URL के मदद से वेब ब्राउज़र इन्टरनेट में उपस्तिथ सभी Website, Server एवम् Resource को Access करता हैदुसरे शब्दों में इन्टरनेट से website को Access करने के लिए जिस एड्रेस का use किया जाता है उसे यूआरएल या वेब एड्रेस कहा जाता है

उदाहरण:- https://www.computervidya.com/ (इस इस उदाहरण में http प्रोटोकॉल का नाम है तथा www.computervidya.com होस्ट का नाम है तथा intex.html फाइल का नाम है।)

डाउनलोड (Download): - जब इन्टरनेट या नेटवर्क से किसी भी प्रकार के फाइल या इनफार्मेशन को यूजर अपने लोकल कंप्यूटर पर ट्रान्सफर या स्टोर करता है तो इस कार्य को डाउनलोड कहा जाता है।

उदाहरण:- दोस्तों जब हमें किसी भी सॉफ्टवेर, Song या विडियो की जरुरत पड़ती है और तब हम लोग इन्टरनेट में उनको सर्च करके हम अपने कंप्यूटर में स्टोर करते है इस प्रक्रिया को डाउनलोड कहा जाता है। जैसे इन्टरनेट से सॉफ्टवेर को डाउनलोड करना।



अपलोड (Upload): - जब इन्टरनेट या नेटवर्क में उपस्थित किसी भी कंप्यूटर या वेबसाइट में यूजर अपने इनफार्मेशन या फाइल को डालता है तो इस कार्य को अपलोड कहा जाता है।

उदाहरण:- दोस्तों YouTube या फेसबुक के अपने account में हम लोग विडियो या पिक्चर को डालते है। इस प्रक्रिया को अपलोड कहा जाता है। जैसे YouTube में विडियो अपलोड करना।

ऑनलाइन (Online):- जब यूजर का कंप्यूटर या मोबाइल इन्टरनेट से connect होता है और वह किसी वेबसाइट में लॉग इन होकर सर्फिंग कर रहा होता है तो इसे ऑनलाइन कहा जाता है।

ऑफलाइन (Offline):- जब यूजर का कंप्यूटर या मोबाइल इन्टरनेट से disconnect होता है या किसी कारण से इन्टरनेट से नहीं जुड़ा होता है तो इसे ऑफलाइन कहा जाता है।

साईंन अप (Sign up):- यूजर द्वारा इन्टरनेट के किसी भी वेबसाइट में account खोलने के कार्य को Sign up कहा जाता है। मानलीजिये किसी वेबसाइट में आपका एकाउंट नहीं है और आप उसमे एकाउंट खोलना चाहते है और एकाउंट खोलने के लिए आप वेबसाइट में अपना इनफार्मेशन भरते है इस प्रक्रिया को ही Sign up कहा जाता है।



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