लिनक्स में एक्सटेंडेड फाइल सिस्टम के प्रकार
Types of File System in Linux
वैसे तो लिनक्स में काफी सारें file system होते है लेकिन मुख्यतया 4 file
system का प्रयोग maximum Linux डिस्ट्रीब्यूशन में किया जाता है।जो
Default लिनक्स कर्नल में उपलब्ध रहते है।
Linux OS File System in Hindi |
Linux Ext File System in Hindi
इस फाइल सिस्टम का पूरा नाम Extended File System है।इस फाइल सिस्टम को Remi Card के द्वारा Develop किया गया है जिसको April 1992 में
Introduce किया गया। यह पहला फाइल सिस्टम था जिसे specially लिनक्स कर्नल के लिए
develop किया गया था।
ext file system
एक metadata structure है जिसे ट्रेडिशनल UNIX file system (UFS) से प्रेरित हो कर
बनाया गया है।अतः इसकी metadata structure यूनिक्स के UFS file system के समान है।इस
फाइल सिस्टम को Minix File System (MFS) के कुछ limitation को दूर करने के लिए
रेमी कार्ड द्वारा अप्रैल 1992 में डिजाइन किया गया था।
extended file
system वह पहला फाइल सिस्टम था जिसमे पहली बार virtual file system (VFS) का उपयोग
किया गया था। जिसे पहली बार लिनक्स के karnal 0.96c version में जोड़ा गया था।ext file system वाले partition की maximum size केवल 2 GB
तक ही हो सकती है।
एक्सटेंडेड फाइल
सिस्टम का यह पहला version था जिसे सन 1993 में
ext2 के द्वारा अधिगृहीत कर लिया गया था।
Linux ext2 File System in Hindi
इस फाइल सिस्टम का पूरा नाम Second Extended File System है।इस फाइल सिस्टम को Remi Card के द्वारा Develop किया गया है जिसको सन 1993 में Introduce किया गया। ext2 file system का विकास
original ext file system के Limitation को दूर करने के लिया किया गया था। ext2 file system को USB Drive, Pen drive एवम् Flash Drive के लिए
recommended किया जाता है क्युकि इस फाइल सिस्टम में journaling feature नहीं होता है और पेन ड्राइव, USB Drive तथा Flash
Drive में journaling feature की आवश्यकता नहीं होती है।
इस प्रकार के
फाइल सिस्टम रखने वाले Hard disk के partition की size 2 TB से 32 TB तक हो सकती
है और हार्डडिस्क में इस फाइल सिस्टम को रखने वाले पार्टीशन में एक फाइल की
maximum साइज़ 16 GB से 2 TB तक हो सकती है और ext2 file system वाले पार्टीशन में
maximum file की संख्या 218 तक हो सकती है।
Linux ext3 / extcow File
System in Hindi
इस फाइल सिस्टम का पूरा नाम Third Extended File System है।इस फाइल सिस्टम में third extended copy on write फाइल सिस्टम भी कहा जाता है।
इस फाइल सिस्टम को Stephen tweedie के द्वारा
Develop किया गया है जिसको सन 1999 में Introduce किया गया। यह फाइल सिस्टम लिनक्स
के कर्नल के 2.4.15 version एवम् सभी advance version में उपलब्ध
होता है।
ext3 फाइल सिस्टम journaling feature को
सपोर्ट करता है इस ext3 फाइल सिस्टम में तीन प्रकार के
जर्नलिंग उपलब्ध हैं।
·
Journal :- metadata और content को Journal
में स्टोर किया जा सकता है।
· Ordered :- केवल मेटाडेटा को Journal में स्टोर किया जा
सकता है। मेटाडेटा डिस्क पर content को write करने के बाद ही Journal में स्टोर किया जा सकता है।
·
Writeback :- Journal में केवल metadata
सहेजा जाता है। मेटाडेटा डिस्क पर content को write किये जाने से पहले या बाद में
भी write जा सकता है।
यूजर ext2 फाइल सिस्टम को ext3 फाइल सिस्टम में
सीधे (बिना बैकअप / रीस्टोर के) कर सकते हैं। इस प्रकार के फाइल सिस्टम रखने वाले
Hard disk के partition की size 2 TB से 32 TB तक हो सकती है और हार्डडिस्क में इस
फाइल सिस्टम को रखने वाले पार्टीशन में एक फाइल की maximum साइज़ 16 GB से 2 TB तक
हो सकती है और ext3 file system वाले पार्टीशन में maximum
file की संख्या 218 तक हो सकती है।
Linux Ext4 File System in Hindi
इस फाइल सिस्टम का पूरा नाम Fourth Extended File System है।इस इस फाइल सिस्टम को विभिन्न Developer के द्वारा Develop किया गया है जिसको
सन 2006 में Introduce किया गया। यह फाइल सिस्टम लिनक्स के कर्नल के 2.6.19 version एवम् सभी advance version में उपलब्ध होता है।
यह फाइल सिस्टम
अन्य फाइल सिस्टम के तुलना में बड़े आकार के फाइल को partition में store करने की
अनुमति देता है। हार्डडिस्क में इस फाइल सिस्टम को रखने वाले पार्टीशन में एक फाइल
की maximum साइज़ 16 GB से 16 TB तक हो सकती है।
एक टिप्पणी भेजें
please do not enter any spam link in the comment box.