Electronic Payment System क्या है? इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट सिस्टम के विभिन्न प्रकार, advantage और
Disadvantage को
समझाईये ।
What Is Electronic Payment System in Hindi
Internet या Online के
माध्यम से खरीदने और बेचने के कार्य को E-Commerce कहा जाता है। और जब ऑनलाइन खरीदी-बिक्री
करने के पश्चात Online Payment किया जाता है और पेमेंट करने के लिए जिस method का
उपयोग किया जाता है उस मेथड को EPS(Electronic Payment System) कहा जाता है।
अर्थात दुसरे शब्दों
में किसी भी प्रकार के ऑनलाइन पेमेंट करने के लिए जिस मेथड का प्रयोग किया जाता है
उन सभी मेथड को EPS अर्थात Electronic Payment System कहा जाता है।
उदहारण के लिए हम लोग
PhonePe के माध्यम से मोबाइल रिचार्ज इत्यादि करते है ये सभी EPS के उदहारण है। किसी
भी सामान को खरीदने के लिए Online माध्यम या किसी Cash Wallet या Account का उपयोग करना Electronic Payment System है।
EPS के उदहारण:- Paytm, Bhim, UPI,
PhonePe, Mobikwik, Oxigen, Google Pay, Cash Wallet, Online Banking, Mobile Banking इत्यादि।
Types of Electronic Payment System in Hindi
Electronic Payment System की अंतर्गत Online Payment करने के लिए बहुत से तरीको का उपयोग किया जाता है जिनके काम
तो एक ही होता है लेकिन इन्हें उपयोग करने का तरीका अलग अलग होता है इनका उपयोग
केवल Online ही नहीं बल्कि Offline भी किया जाता है. जिस कारण यह लोगो की पसंद बन गए है तो
चलिए जानते है कुछ Electronic Payment System
In Hindi के
बारे में-
Types of EPS
1. Digital Wallet
2. Internet Banking (Online Banking)
3. Smart Card
4. Debit Card (ATM)
5. Credit Card
6. Mobile Banking
7. UPI
1. Digital Wallet:- दोस्तों डिजिटल वॉलेट को E Wallet भी कहा जाता है जिसका पूरा नाम इलेक्ट्रॉनिक वॉलेट है digital
wallet एक virtual wallet होता है जिसका उपयोग Smart phone या कंप्यूटर के माध्यम से Online transaction के लिए करते है डिजिटल वॉलेट
जरुरी नहीं है की बैंक के द्वारा बनाया जाये यह कोई प्राइवेट कंपनी की भी हो सकती
है जैसे Mobiquick, Jio Money, Airtel Money इत्यादि।
डिजिटल वॉलेट का उपयोग करने के लिए आपके पास बैंक एकाउंट
एवम् डेबिट कार्ड होने चाहिए।बैंक एकाउंट के जरिये आप अपने डिजिटल वॉलेट में पैसे
ऐड कर सकते है और उन पैसे का उपयोग आप बिल पेमेंट, मोबाइल रिचार्ज एवम् मनी
ट्रान्सफर इत्यादि कार्य में कर सकते है।डिजिटल वॉलेट की खास बात यह है की यह बैंक
से डायरेक्ट कनेक्ट नहीं रहता है यह स्वतंत्र कार्य करता है।
category of Digital
Wallet:- दोस्तों
Digital wallet को E-Money एवम् E-Wallet भी
कहा जाता है और इसे तीन category में बांटा गया है। जो निम्न है:-
· Closed E-Wallet:- E-Wallet जिस कंपनी जा होगा
केवल उसका ही प्रोडक्ट खरीद सकते है। जैसे:- Flip-kart, Amazon की E-wallet इत्यादि।
· Semi-Closed E-wallet:-इस प्रकार के E-Wallet के माध्यम से
विभिन्न कंपनी के प्रोडक्ट खरीद सकते है और उनके सर्विसेस का भी उपयोग कर सकते है।जैसे:-
PhonePe, Paytm इत्यादि।
· Open E-Wallet:- इस प्रकार के वॉलेट का प्रयोग
विभिन्न प्रकार से किया जा सकता है यहाँ तक की ATM से पैसे निकालने के लिए भी किया
जा सकता है इस प्रकार के E-Wallet को बैंक के द्वारा दिया जाता है।
2. Internet Banking:- ऑनलाइन बैंकिंग, बैंक के द्वारा ग्राहकों
को दी जाने वाली एक सुविधा है तथा इस प्रकार के Electronic Payment System
को नेट बैंकिंग एवम् ऑनलाइन बैंकिंग भी कहा जाता है।Internet Banking की सुविधा बैंक के माध्यम से प्रोवाइड किया जाता है जब यूजर बैंक में
अकाउंट खोलता है बैंक के माध्यम से ऑनलाइन बैंकिंग का option प्रदान किया जाता है
जिसे लेकर यूजर सभी प्रकार के बिल पेमेंट, ऑनलाइन transaction, मनी ट्रान्सफर
इत्यादि सेवाएं यूजर घर बैठे उपयोग कर सकता है।इस सर्विस को इन्टरनेट बैंकिंग कहा
जाता है।
इन्टरनेट बैंकिंग के माध्यम से बैंक अकाउंट होल्डर, अपने
बैंक अकाउंट को इन्टरनेट के माध्यम से मोबाइल और कंप्यूटर में आसानी से मैनेज कर
सकते है।ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से घर बैठे खरीदारी और पैसे का ट्रान्सफर आसानी
से कर सकता है।
3. Smart Card:- बैंक के द्वारा Account Holder को
डेबिट एवम् क्रेडिट कार्ड की तरह स्मार्ट कार्ड प्रदान किया जाता है।Smart Card एक प्रकार का प्लास्टिक कार्ड होता है जिस उपर Micro Processes Chip लगी होती और इस Chip
पर Card धारक की विभिन्न जानकारी Store होती है Smart Card के माध्यम से Bank
Account के साथ साथ Health
Insurance, Transportation, Personal Identification जेंसी Information
भी Store की जा सकती है।
4. ATM Card ( डेबिट कार्ड ):-बैंक के द्वारा ग्राहक को दी जाने वाली एक
सुविधा है। बैंक अकाउंट खोलते ही सभी ग्राहक को बैंक ATM कार्ड प्रदान करती है।जिसके
उपयोग करके ग्राहक एटीएम से पैसे निकलने के साथ-साथ सभी प्रकार के ऑनलाइन
transaction भी कर सकता है ATM कार्ड को ही डेबिट कार्ड कहा जाता है जिसके मदद से
ग्राहक बिल पेमेंट, मोबाइल रिचार्ज, डिश रिचार्ज एवम् मनी ट्रान्सफर जैसे विभिन्न
कार्य कर सकते है। वर्तमान समय में सबसे ज्यादा उपयोग होने वाला EPS एटीएम कार्ड
ही है। क्योंकि सभी के पास बैंक एकाउंट के साथ साथ ATM जरुरी होते है।
Disadvantage of EPS (Electronic Payment
System) in Hindi
5. Credit Card (क्रेडिट कार्ड):- दोस्तों जिस भी person की क्रेडिट स्कोर ज्यादा होती है उन
ग्राहक को Bank के द्वारा दिया जाता है इस प्रकार के कार्ड का उपयोग ज्यादातर व्यापारी और प्राइवेट
कंपनी के employee उपयोग करते है। क्रेडिट कार्ड के माध्यम से सभी प्रकार के ऑनलाइन
खरीदारी या किसी भी प्रकार के बिल पेमेंट या मनी ट्रान्सफर के
लिए कर सकता है।
यह एक प्रकार का उधार कार्ड होता है और इसके माध्यम से जो भी transaction करते है उसकी Process बैंक के पास जाती है और जितनी भी Payment करनी होती है वह Bank करता है। महीने के आखिर में Credit Card से जितनी भी Payment की जाती है उसका Bill उस व्यक्ति को Bank के द्वारा भेज दिया जाता है जिसे उस व्यक्ति को Bank को Payment करना होता है। इसमें आप जितनी भी Payment करना चाहे आप अपने क्रेडिट कार्ड के limit के अनुसार कर सकते है क्योकिं हर क्रेडिट कार्ड की एक लिमिट होती है क्रेडिट कार्ड की लिमिट बैंक के द्वारा उस व्यक्ति के मंथली earning के अनुसार रखती है और आपको इस बात का डर नहीं रहेगा की आपका Balance खत्म हो जायेगा लेकिन हाँ Bank इसके Bill भी Send करता है जिसे भरना जरूरी है।
यह एक प्रकार का उधार कार्ड होता है और इसके माध्यम से जो भी transaction करते है उसकी Process बैंक के पास जाती है और जितनी भी Payment करनी होती है वह Bank करता है। महीने के आखिर में Credit Card से जितनी भी Payment की जाती है उसका Bill उस व्यक्ति को Bank के द्वारा भेज दिया जाता है जिसे उस व्यक्ति को Bank को Payment करना होता है। इसमें आप जितनी भी Payment करना चाहे आप अपने क्रेडिट कार्ड के limit के अनुसार कर सकते है क्योकिं हर क्रेडिट कार्ड की एक लिमिट होती है क्रेडिट कार्ड की लिमिट बैंक के द्वारा उस व्यक्ति के मंथली earning के अनुसार रखती है और आपको इस बात का डर नहीं रहेगा की आपका Balance खत्म हो जायेगा लेकिन हाँ Bank इसके Bill भी Send करता है जिसे भरना जरूरी है।
Advantage of EPS (Electronic Payment System) in
Hindi
1.
Reducing Paper Work: - दोस्तों लोग पहले लेन-देंन करने के लिए पूरी तरह
बैंक पर निर्भर हुआ करते थे और पैसा जमा, निकलने तथा एक जगह से दुसरे जगह में
transfer करने के लिए विभिन्न प्रकार के पेपर वर्क करने पड़ते थे जिस कारण पेपर
का बहुत बर्बादी होती थी और लोगो को पेपर वर्क करने में problem भी होती थी लेकिन
EPS (इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट सिस्टम) के आने के बाद पैसे के लेन देन करने में पेपर
वर्क बहुत ही कम हो गया है अब बिना फॉर्म भरे ऑनलाइन माध्यम से पैसे का लेन देन हो
जा रहा है।
2. Reducing Transaction Cost:- दोस्तों पहले पैसे जमा करने तथा निकालने के लिए लोगो को बैंक तक जाना पड़ता था
अगर बैंक दूर में है तो बैंक तक जाने में ही बहुत सारें पैसे खर्च करने पड़ते थे
लेकिन EPS के आने के बाद सभी प्रकार के Transation(लेन-देन) घर बैठे कही
से भी और कभी भी किया जा सकता है।
3. User Friendly & Time Consuming:- दोस्तों आज के समय में आप सभी Online Fees जमा करने का कार्य,
Mobile Recharge, Online Shopping,
विभिन्न प्रकार के Bill Payment, Online Money
Transfer इत्यादि कार्यो को करने के लिए EPS का उपयोग कर सकते है और आप इन सभी कार्यो
को कही से भी, कभी भी, आसानी से अपने सुविधा अनुसार कर सकते है इसके लिए आपको बैंक
या किसी दुकान में जाने की जरुरत नहीं होगी इस तरह EPS का उपयोग करके आप अपने बहुत
सारें समय की बचत कर सकते हो।
4. Convenience & Multiple Option:- दोस्तों आज इन्टरनेट के समय में EPS के विभिन्न Option उपलब्ध है आप Electronic Payment
System के लिए
Internet Banking, मोबाइल बैंकिंग, डिजिटल वॉलेट UPI
System जैसे Bhim, PhonePe, Google Pay इत्यादि के माध्यम से भी पेमेंट
किया जा सकता है।
5. Reduced risk of loss and theft:- EPS के प्रयोग करने से पैसे
के चोरी होने या गूमने से बचाया जा सकता है क्युकी आपको cash को रखने की जरुरत
नहीं पड़ती है। EPS के माध्यम से सभी प्रकार के पैसे के लेन-देन ऑनलाइन माध्यम से
कर सकते है जिससे आपको कैश रखने की जरुरत होगी और न ही पैसे चोरी होंगे।
6.
Increased Sales:- Business में ईपीएस और E-Payment के enable
होने के कारण आज वर्तमान में सामान की बिक्री में काफी अधिक वृद्धि हुई है आज आप
घर में बैठे-बैठे, कहीं से भी, किसी भी जगह से, यहाँ तक की विदेशों से भी सामान की
खरीदी कर सकते है।इसके व्यपारियों की सामानों की बिक्री में कभी अधिक वृद्धि हुई
है।
7.
24/7 Day Services:- Electronic Payment करने के लिए आपको इस बात पर निर्भर नहीं
होना पड़ता है की Bank खुला है या बंद है। बैंकों में पैसे
की लेन-देन सप्ताह में केवल 6 दिन ही हो सकता है और एक दिन में केवल 8 तक ही लेन-देन
हो सकता है। जबकि EPS के माध्यम से आप 24 घंटे सातों दिन आप उपयोग कर सकते है इसके
माध्यम से पैसे का लेन-देन कर सकते है।
8.
Suitable for Small Payment: - विभिन्न प्रकार के Online Shopping, Bill Payment, Money transfer या Mobile Recharge के लिए आप EPS का उपयोग कर सकते है साथ ही Online Payment करने से आपको
कभी-कभी Cash back Offer भी दिया जाता है जिसमे आपके Payment
किये गए रूपये में से कुछ रूपये वापस मिल जाते है।
दोस्तों इनके अलावा भी EPS (Electronic Payment System) कई अन्य लाभ
भी है जैसे Security of physical Storage, Anybody Can Be Used, Lower
Transaction cost, Time Saving, More Efficient
इत्यादि लाभ भी Electronic payment करके
उठा सकते है।
Disadvantage of EPS (Electronic Payment
System) in Hindi
दोस्तों EPS (Electronic Payment
System) या Electronic Transaction के जितने भी फायदे है यदि आप सही तरीके से इसका उपयोग नहीं कर
पाते है तो उतने ही
नुक्सान होने की संभावना भी हो सकती है । अतः दोस्तों EPS के निम्नलिखित Disadvantage भी हो सकते
है।
1.
Restrictions:- दोस्तों EPS का उपयोग करके हम कई प्रकार
के लाभ तो उठा सकते है लेकिन कई जगहों पर EPS में कई Restriction भी है जहाँ पर हम
EPS का उपयोग नहीं कर सकते है भारत सरकार के EPS में transaction Limit भी रखा है जिसके
कारण कई बार हमको बैंक जाने की जरुरत पड़ जाती है।
2.
The risk of being hacked:- EPS का उपयोग करना हमारे लिए जितना
लाभदायक है उतना ही नुकसान हो सकता है क्योकिं Internet से जुड़े होने के कारण और हमारी
गलती के कारण यहाँ पर कोई दूसरा व्यक्ति हमारी जानकारी चुराकर नुक्सान पहुंचा सकता
है। और वह आपके Account में जितने भी रूपये होंगे उन्हें
निकाल सकता है क्योकिं ऑनलाइन transaction करते समय कई बार हमको बैंक डिटेल तथा
User id एवम् पासवर्ड को स्टोर करके रखना पड़ता है जिसके कारण हमारे एकाउंट के Hack
होने के चांस भी बन सकता है जिसके कारण कई बार नुकसान भी हो सकता है क्योकिं कई
वेबसाइट एवम् मोबाइल एप्लीकेशन हमारे प्राइवेट डाटा को शेयर भी कर देता है अतः EPS
का उपयोग का उपयोग करते समय इन सभी चीजो का ध्यान रखना पड़ता है।
3.
The problem of transferring money between different payment systems:- दोस्तों आपने देखा होगा कई बार हम पैसे किसी डिजिटल वॉलेट में रख देते है और
जब हम बिल पेमेंट या मोबाइल रिचार्ज करने के कोशिश करते है तो उस वॉलेट या बैंक का नाम लिस्ट में नहीं रहता है जिसके कारण हमको
दुसरे वॉलेट में भी पैसे add करने की जरुरत पड़ जाती है।कई जगह पर paytm नहीं चलता
तो कई जगहों पर phonePe नहीं चलता है जिसके कारण यूजर को विभिन्न डिजिटल वॉलेट में
अलग अलग पैसे रखने की जरुरत पड़ जाती है।और एक डिजिटल वॉलेट से दुसरे डिजिटल वॉलेट
में Money transfer का कोई सिस्टम ही नहीं है यह भी ईपीएस की बहुत बड़ी समस्या है।
4.
The necessity of Internet access:- दोस्तों EPS का उपयोग करने के लिए
इन्टरनेट कनेक्टिविटी बहुत ही जरुरी है इसके बिना मोबाइल रिचार्ज, बिल पेमेंट, मनी
ट्रान्सफर जैसे कोई कार्य नहीं कर सकते है अतः यदि आप ऐसे एरिया में रहते है जहाँ
इन्टरनेट का प्रॉब्लम रहता है तो transaction फेल भी हो सकता है और कई बार हमारे
पास डिजिटल मनी होने के बावजूद कैश का उपयोग करना पड़ जाता है अतः हमें डिजिटल के
साथ साथ कैश रखने की भी जरुरत पड़ जाती है। तो यह भी electronic payment system की
बहुत बड़ी समस्या है।
5.
Require Technical Skill:- दोस्तों EPS का उपयोग करने के लिए बेसिक
टेक्निकल स्किल की जरुरत पड़ती है जिसके कारण बहुत सारें लोग इसका उपयोग नहीं कर
पाते है। पढ़ा लिखा व्यक्ति और टेक्निकल ज्ञान
वाला व्यक्ति ही इसका उपयोग कर सकता है।
दोस्तों इनके अलावा भी EPS (Electronic Payment System) कई अन्य disadvantage भी है जैसे Password Threats, Limitations on Amount and Time, False
Identity, Anonymity and Privacy Concerns, इत्यादि।
दोस्तों उम्मीद करते है इस पोस्ट इलेक्ट्रॉनिक पेमेंट सिस्टम
क्या है, What
Is Electronic Payment System In Hindi से आपको कुछ अच्छी
जानकारी जरुर मिली होगी अगर आपको ये पोस्ट अच्छा लगा तो इसे अपने दोस्तों के साथ
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