काली लिनक्स क्या है? कलि लिनक्स के इतिहास, सिक्यूरिटी टूल, एडवांटेज और disadvantage को विस्तार से समझाइए।
What
is Kali linux in Hindi
दोस्तों काली लिनक्स windows (विंडोज) और
mac OS (मैक) की तरह simple operating system है, जो लिनक्स बेस्ड ऑपरेटिंग सिस्टम
है। आप इसे अपने कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल में इनस्टॉल करके असानी से उपयोग कर
सकते है।
दोस्तों काली लिनक्स डेबियन बेस्ड लिनक्स
ऑपरेटिंग सिस्टम है जिसे 13
march 2013 को BlackTrack ऑपरेटिंग सिस्टम को
Rebuilt करके Offensive Security नामक प्राइवेट कंपनी ने बनाया था। काली लिनक्स का यूजर इंटरफ़ेस GNOME 3
पर आधारित है। दोस्तों काली लिनक्स 32 बिट, 64 बिट के कंप्यूटर तथा मोबाइल डिवाइस
के लिए उपलब्ध है। यह ऑपरेटिंग सिस्टम बिलकुल फ्री ऑपरेटिंग सिस्टम है जिनको उपयोग
करने के लिए आपको पैसे देने की जरुरत नहीं है।
काली लिनक्स को क्यों बनाया गया ?
दरअसल kali linux ऑपरेटिंग सिस्टम को
रिवर्स इंजीनियरिंग, digital
forensics एवम् penetration testing जैसे कामों
के लिए बनाया गया था । अतः काली लिनक्स में इन सभी सिक्यूरिटी सिस्टम से जुड़े
लगभग 600 यूटिलिटी टूल मिल जाते है। जिनका उपयोग सिक्यूरिटी सिस्टम को check करने
के लिए किया जा सकता है और इनके माध्यम से सिक्यूरिटी सिस्टम को अधिक improve किया
जा सकता है।
1. Reverse Engineering में
काली लिनक्स
दोस्तों काली लिनक्स को बनाने का
प्रमुख उद्देश्य रिवर्स
इंजीनियरिंग ही है रिवर्स इंजीनियरिंग एक प्रकार का कंप्यूटर तकनीक है जिसके
द्वारा सॉफ्टवेर का विश्लेषण किया जाता है और सॉफ्टवेर के सभी पार्ट को analyze
किया जाता है तथा सॉफ्टवेर के कार्य करने के तरीके को समझकर उसके strength और
weakness का पता लगाया जाता है।
2. Digital Forensics में काली
लिनक्स
डिजिटल डाटा की रिकवरी या investigation (जाँच) करना ही डिजिटल फॉरेंसिक कहलाता है। काली लिनक्स की मदद से विभिन्न
कंप्यूटर डिवाइसों में स्टोर information को identify किया
जा सकता है उनको रिकवर, investigate एवं verify किया जा सकता है।
3. Penetration Testing में काली लिनक्स
यह एक Penetration testing एक मेथड
है जिनका उपयोग सिस्टम या सॉफ्टवेर में होने वाले साइबर अटैक को पता लगाने के लिए
किया जाता है। इनका उपयोग सिस्टम सिक्यूरिटी या इन्टरनेट सिक्यूरिटी में किया जाता
है। काली लिनक्स में penetration testing से जुड़े विभिन्न
यूटिलिटी उपलब्ध है।
दोस्तों अगर आप cyber security फील्ड में
अपना कैरिअर बनाना चाहते है तो काली लिनक्स आपके लिए बहुत ही फायदेमंद हो सकता है।
हैकिंग के लिए लिनक्स में जितने भी software डिजाईन किये गए है वे सभी सॉफ्टवेर इस
ऑपरेटिंग सिस्टम के अंदर मिल जायेंगे।
दोस्तों काली लिनक्स में 600 से अधिक penetration-testing utility
पहले से इनस्टॉल होते है।
History
of Kali Linux (काली लिनक्स का इतिहास)
BackTrack ऑपरेटिंग सिस्टम Knoppix
के ऊपर आधारित एक Linux Distribution था जिसका उपयोग डिजिटल
फोरेंसिक और Penetration testing के लिए किया जाता था, मार्च 2013 में न्यू यार्क की सिक्यूरिटी कंपनी Offensive Security ने BackTrack Linux को Debian Linux पर Rebuilt करके
इसका नाम काली लिनक्स रखा। Offensive Security एक प्राइवेट कंपनी है जो New
York में स्थित है, जो सन 2006 में बना था। काली लिनक्स वर्तमान समय
में 32 bit, 64 bit और मोबाइल डिवाइस के लिए उपलब्ध है। 4
मार्च 2019 को काली लिनक्स का latest version 2019.1a
kali linux रिलीज़ किया गया है।
जानिए काली लिनक्स का उपयोग
करना legal है या illegal:-
दोस्तों kali लिनक्स के बारें में ऐसे सवाल इस लिए पैदा होते है क्योकिं काली लिनक्स को इनस्टॉल करने पर यूजर को लगभग 600 सिक्यूरिटी टूल (हैकिंग टूल) मिल जाते है। जिनका उपयोग यूजर गलत या सही दोनों प्रकार के काम के लिए कर सकता है।
Ø legal kali linux:- जब यूजर काली लिनक्स का उपयोग कंपनी
या सिस्टम को security प्रदान करने के लिए करता है या सिक्यूरिटी से जुड़े विभिन्न
रिसर्च कामों के लिए करता है तो इस स्थिति में काली लिनक्स बिलकुल लीगल है।
Ø illegal kali linux:- जब यूजर काली लिनक्स का उपयोग कंपनी
या सिस्टम को security को तोड़ने के लिए करता है और यूजर का ध्येय कंपनी को नुकसान
पहुचना या उनका गलत तरीके से उपयोग करना होता है तो ऐसे में काली लिनक्स illegal
है और ऐसा करने पर आपको जेल या जुर्माना भी हो सकता है।
Advantage of Kali Linux (काली लिनक्स के एडवांटेज):-
1. Open Source :-
काली लिनक्स एक ओपन सोर्स ऑपरेटिंग
सिस्टम है जिसे आप फ्री में उपयोग कर सकते है इसके उपयोग करने के लिए आपको लाइसेंस
लेने की जरुरत नहीं होगी और साथ ही पैसे देने की करने के जरुरत नहीं होती है।
2. 600 से ज्यादा Security Tools उपलब्ध :-
दोस्तों अगर आप cyber security फील्ड में अपना कैरिअर बनाना चाहते है तो काली लिनक्स आपके
लिए बहुत ही फायदेमंद हो सकता है। हैकिंग के लिए लिनक्स में जितने भी software डिजाईन किये गए है वे सभी सॉफ्टवेर इस ऑपरेटिंग सिस्टम के
अंदर मिल जायेंगे। काली लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम को इनस्टॉल करने पर यूजर को लगभग
600 से ज्यादा सिक्यूरिटी टूल मिल जाता है। इन टूल के माध्यम से सिक्यूरिटी सिस्टम
में विभिन्न रिसर्च कर सकते है, सिक्यूरिटी सिस्टम की खामियों का पता लगा सकते है
और साथ ही उन्हें improve कर सकते है।
उदाहरण:- Macchanger, proxy Chains, TraceRoute,
Whatweb, Bettercap, Wireshark, Fluxion इत्यादि।
3. ARMEL
और ARMHF को Support करता है। :-
दोस्तों क्योकिं Raspberry Pi (रास्पबेरी
पाई) और Beagle Bone Black (बीगलबोन ब्लैक) जैसे ARM पर आधारित single board सिस्टम वर्तमान
में काफी प्रचलित और सस्ते हो रहे है। अतः काली लिनक्स को भी ARM supported
ऑपरेटिंग सिस्टम बनाया गया है और विभिन्न ARM डिवाइसों के लिए कलि लिनक्स उपलब्ध
है।
4. Fast & Light Weight :-
काली लिनक्स को कंप्यूटर या मोबाइल
में इनस्टॉल करने पर बहुत ही कम स्पेस लेता है और ज्यादातर कार्य कमांड प्राम्प्ट
के माध्यम से किये जाते है जिनके कारण यह ऑपरेटिंग सिस्टम बहुत ही फ़ास्ट है।
5. Robust
Security System:-
दोस्तों सबसे अच्छी बात काली लिनक्स
वायरस फ्री ऑपरेटिंग सिस्टम में से एक है। इस ऑपरेटिंग सिस्टम में वायरस नहीं होते
है।Kali Linux को असानी से हैक नहीं किया जा सकता है इसका सिक्यूरिटी सिस्टम बहुत ही
strong है तथा इसमें multilevel में सिक्यूरिटी लगा सकते है। साथ ही काली लिनक्स
फिंगर प्रिंट, थंब सिस्टम, इत्यादि एडवांस सिक्यूरिटी सिस्टम को सपोर्ट करता है।
6. Multiuser Operating System:-
Linux एक मल्टीयूज़र
ऑपरेटिंग सिस्टम है। अर्थात इसमें एक से अधिक यूजर बनाये जा सकते है और एक ही समय
में एक से अधिक यूजर कार्य कर सकते है। अर्थात एक समय में एक से अधिक यूजर लॉगइन
हो सकते है।
7. Robust
Network Support:-
Kali Linux नेटवर्क को
अच्छे से सपोर्ट करता है खासतौर सभी प्रकार के नेटवर्क डिवाइस जैसे USB और वायरलेस
डिवाइसों को पूरी तरह से सपोर्ट करता है काली लिनक्स के माध्यम से हम एक कंप्यूटर
से दुसरे कंप्यूटर एवम् डिवाइस में फाइल शेयरिंग या communication कर सकते है।
लिनक्स TCP/IP प्रोटोकॉल के अलावा IPX एवम् X.25 जैसे
प्रोटोकॉल को पूरी तरह सपोर्ट करता है। लिनक्स ऑपरेटिंग सिस्टम में LAN प्रोटोकॉल
जैसे Ethernet (Wired and Wireless) की सुविधा inbuilt होती
है। लिनक्स अनेक प्रकार के LAN कार्ड, मॉडेम और अन्य नेटवर्किंग डिवाइस को अच्छे
से support करता है।
8. Multilingual
Support:-
काली लिनक्स बहुत सारें लैंग्वेज को
सपोर्ट करता है आप अपने कंप्यूटर, लैपटॉप या मोबाइल में काली लिनक्स को विभिन्न
भाषाओँ में इनस्टॉल करके उपयोग कर सकते है।
9. Better Hardware Support:-
काली लिनक्स में सभी प्रकार के legacy और
advance हार्डवेयर को connect किया जा सकता है लिनक्स में हम फ्लोपी ड्राइव,
cdrom, साउंड कार्ड, ग्राफ़िक कार्ड, पेन ड्राइव, SD card इत्यादि को असानी से
कनेक्ट करके उपयोग कर सकते है।
Disadvantage of Kali Linux
1. Black
Hacking में प्रयोग:-
काली लिनक्स का प्रयोग अच्छे कामों
के लिए तो किया ही जा सकता है लेकिन साथ में ब्लैक हैकर इनका प्रयोग गलत कार्यों
के लिए भी करते है। ब्लैक हैकर kali लिनक्स का प्रयोग सिक्यूरिटी सिस्टम को तोड़ने
के लिए कर सकते है और कंपनी तथा उनके यूजर को नुकसान पहुंचा सकते है।
2. काली लिनक्स User Friendly नहीं है :-
दोस्तों काली लिनक्स को हर कोई प्रयोग
नहीं कर सकता है क्योकिं इसमें ज्यादातर काम कमांड प्रांप्ट के माध्यम से किया
जाता है। काली लिनक्स का GUI (ग्राफिकल यूजर इंटरफ़ेस) windows की तरह यूजर
फ्रेंडली नहीं होता है। beginner यूजर के लिए काली लिनक्स में कार्य करना असान नहीं होता है।
काली लिनक्स को कैसे डाउनलोड करें ?
दोस्तों अगर आप cyber security फील्ड में
अपना कैरिअर बनाना चाहते है तो काली लिनक्स आपके लिए बहुत ही फायदेमंद हो सकता है।
इसके लिए आपको अपने कंप्यूटर या लैपटॉप में kali linux को इनस्टॉल करना होगा। काली
लिनक्स को दोस्तों आप अपने कंप्यूटर या मोबाइल में विभिन्न प्रकार से उपयोग कर
सकते है। कलि लिनक्स को 32 बिट एवम् 64 बिट के मशीन में इनस्टॉल कर सकते है या फिर आप VMWARE या Virtual
Box के माध्यम से चला सकते है।
दोस्तों आप काली लिनक्स को इनके ऑफिसियल वेबसाइट से बिलकुल
फ्री में डाउनलोड कर सकते है और इसके लिए आपको पैसे देने की भी जरुरत नहीं है।
निचे हम काली लिनक्स को डाउनलोड करने के लिए लिंक दे रहे है आप इस लिंक पर क्लिक
करके काली लिनक्स को डाउनलोड कर सकते है।
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